राजस्थान / कोटा-झालावाड़ में बाढ़ से हालात खराब, मुख्यमंत्री ने प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को हेलिकॉप्टर से कोटा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे किया। गहलोत ने कहा कि इस बार प्रदेश में 40 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। हम हालात पर नजर रखे हुए हैं। मेरी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से बात हुई है। प्रभावित इलाकों में पूरी मदद पहुंचाई जा रही है।


गहलोत ने आशा व्यक्त की है कि दोनों राज्यों के बीच समन्वय बना रहेगा एवं प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य में कोई कमी नहीं रहेगी। दोनों राज्यों में उच्च अधिकारियों के स्तर पर बातचीत हो रही है। कोटा, झालावाड़ में हालात विकट हैं तथा यहां सेना, सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव कार्य में लगी हैं। वहीं करौली व धौलपुर में भी हालात खराब हैं।


इस बीच कोटा बैराज से लगातार पानी की निकासी जारी। सोमवार को 19 गेट खोल कर 7 लाख 9 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे चंबल से सटी दर्जनों बस्तियां जलमग्न हैं। उधर, करौली में मंडरायल-करणपुर क्षेत्र में चंबल नदी उफान में है। यहां करीब एक दर्जन गांव पानी में घिरे हैं। 6 गांवों के ग्रामीणों को रेस्क्यू किया गया।


झालावाड़ : यहां बाढ़ प्रभावित इलाकों में सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अधिकारियों को अपने एचओडी, कलेक्टर और उच्च अधिकारियों को उपस्थिति देने के निर्देश दिए गए हैं। यहां भी हालात खराब हैं।


 


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